किसानों की कमाई को मिला नया ट्रैक, PM मोदी बोले- वोकल फॉर लोकल भी पकड़ेगा रफ्तार
ईडीएफसी (EDFC) का 351 किलोमीटर लंबा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
प्रधानमंत्री ने कानपुर के पास न्यू भाऊपुर और खुर्जा के बीच बने 351 किमी लंबे Dedicated Freight Corridor को देश को समर्पित किया.
प्रधानमंत्री ने कानपुर के पास न्यू भाऊपुर और खुर्जा के बीच बने 351 किमी लंबे Dedicated Freight Corridor को देश को समर्पित किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भारतीय रेलवे (Indian Railways) के पहले पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Eastern Dedicated Freight Corridor) के एक हिस्से का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानपुर के पास न्यू भाऊपुर और खुर्जा के बीच बने 351 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर 'न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन' को देश को समर्पित किया. प्रधानमंत्री ने इस्टर्न कॉरिडोर के सेक्शन के साथ प्रयागराज में बने कंट्रोल रूम का भी उद्घाटन किया. देश का यह सबसे भव्य डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का कंट्रोल रूम है.
ईडीएफसी (EDFC) का 351 किलोमीटर लंबा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. यह कॉरिडोर मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन से भी भीड़भाड़ कम कर देगा.
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किसानों को होगा फायदा
कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि आज का दिन भारतीय रेल के गौरवशाली अतीत को 21वीं सदी की नई पहचान देने वाला है. भारत और भारतीय रेल की ताकत बढ़ाने वाला है. आज हम आजादी के बाद का सबसे बड़ा और आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट धरातल पर उतरता देख रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कॉरिडोर से किसानों को और लोकल सामान तैयार करने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि मालगाड़ियों के लिए बनी इस प्रकार की विशेष सुविधाओं से यात्री ट्रेनों की देरी कम होगी और मालगाड़ी की स्पीड भी तीन गुना ज्यादा हो जाएंगी. मालगाड़ियां पहले से दो गुना ज्यादा सामान की ढुलाई भी कर पाएंगी.
1,856 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक (Eastern Dedicated Freight Corridor)
पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) 1,856 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक है. यह लुधियाना (Ludhiana) के पास साहनेवाल से शुरू होकर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से गुजरता हुआ पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दनकुनी (Dankuni) में समाप्त होता है.
इन उद्योग को मिलेगा फायदा
Dedicated Freight Corridor के इस सेक्शन से लोकल उद्योगों जैसे एल्यूमीनियम, डेयरी सेक्टर, कपड़ा उत्पादन और ब्लॉक प्रिंटिंग, कांच के सामान की इंडस्ट्री, पॉटरी इंडस्ट्री, हींग उत्पादन और ताले जैसे कारोबार के लिए नए अवसर खोलेगा. इस कॉरिडोर का करीब 57 प्रतिशत हिस्सा यूपी से होकर गुजरेगा.
100 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ेंगी मालगाड़ी
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मालगाड़ी चलाई जा सकेगी. अभी तक अलग ट्रैक न होने के चलते मालगाड़ियों को थोड़ी दूरी तय करने के लिए भी पूरा दिन लग जाता है. पैसेंजर ट्रेनों को लाइन देने के लिए मालगाड़ी लूप में खड़ी रहती हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
पैसेंजर ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी
मालगाड़ियों के लिए अलग ट्रैक होने से पैसेंजर गाड़ियों को भी राहत मिलेगी. इससे पैसेंजर ट्रेन के लेट होने की संभावना कम होगी. इन दिनों में सामान्य ट्रैक पर करीब 200 मालगाड़ियां और 375 पैसेंजर यात्री ट्रेन दौड़ रही हैं.
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01:10 PM IST